अयोध्या: खाद की लाइन में पुलिस का लाठी-डंडा, बुजुर्ग किसान जमीन पर गिरे #5 *OPWQ*

सारांश: 

अयोध्या के कुरावन में खाद के लिए लगी भीड़ पर पुलिस ने लाठियां भांजीं। एक वीडियो में पुलिसकर्मी को लाठी उठाकर किसानों को दौड़ाते देखा गया, जिसके बीच एक बुजुर्ग किसान जमीन पर गिर गए। किसानों ने गोदाम प्रभारियों पर भेदभाव के आरोप लगाए - आरोप है कि गोदाम प्रभारी रात में अपने चहेतों को ही खाद दे देते हैं।


समझिए घटना

अयोध्या जिले में किसानों पर हुए इस हमले का वीडियो सामने आया है। इसमें साफ देखा जा सकता है कि कुरावन में खाद की लाइन में खड़े किसानों पर एक पुलिसकर्मी ने लाठी उठा-उठाकर उन्हें दौड़ा कर भगाया। इस दौरान हड़बड़ाहट में एक बुजुर्ग किसान संतुलन खोकर जमीन पर गिर गए।

क्यों भड़की थी पुलिस?

खाद को लेकर किसानों में पहले से ही गुस्सा था। उनका आरोप है कि गोदाम प्रभारी रात में अपने चहेतों को ही खाद दे देते हैं, जिसकी वजह से सुबह आम किसानों के लिए कुछ नहीं बचता। इसी आक्रोश के चलते जब भीड़ ज्यादा इकट्ठा हो गई तो पुलिस ने लाठियां भांजनी शुरू कर दीं।

किन गांवों के किसान हैं शामिल?

इस घटना में कामाख्या, और रोजा गांव आदि के किसान शामिल थे। इन सभी ने बताया कि उन्हें खाद के लिए सुबह 6 बजे से शाम 6-7 बजे तक लाइन में लगना पड़ रहा है।

खाद की क्या है असली कीमत?

किसानों ने बताया कि सरकारी दर से ₹266 वाली एक बोरी यूरिया गोदामों पर ही ₹266 से ₹300 तक में भी बेची जा रही है। जबकि कुछ प्राइवेट दुकानों पर यही खाद ₹500 तक में बिक रही है।

अब क्या हैं इंतजाम?

झड़प के बाद प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण के लिए महिला पुलिसकर्मियों को भी तैनात कर दिया है। हालांकि, किसानों की मांग है कि खाद की उचित उपलब्धता सुनिश्चित की जाए, ताकि उन्हें इस तरह की लंबी लाइनों में न लगना पड़े और न ही ऐसी हिंसक घटनाएं दोबारा हों।

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