ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तानी आतंकी ठिकाने ध्वस्त करने वाले 9 पायलटों सहित 86 जवानों को गैलेंट्री अवॉर्ड #7 *AWE*
सारांश:
स्वतंत्रता दिवस पूर्व संध्या पर, ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तानी आतंकी ठिकानों को नष्ट करने वाले वायुसेना के 9 फाइटर पायलटों को वीर चक्र सहित कुल 86 जवानों को गैलेंट्री अवॉर्ड मिले। सेना के 7 अफसरों को युद्ध सेवा पदक, BSF के 16 जवानों को वीरता पदक और जम्मू-कश्मीर पुलिस के 128 कर्मियों को सम्मानित किया गया।
ऑपरेशन सिंदूर की बहादुरी को 86 गैलेंट्री अवॉर्ड
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर केंद्र सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर में अदम्य साहस दिखाने वाले 86 सैन्य और अर्धसैनिक जवानों को गैलेंट्री अवॉर्ड से सम्मानित किया। वायुसेना के 52 जवानों को विशेष वीरता पुरस्कार मिले, जिनमें 9 फाइटर पायलटों को वीर चक्र प्रदान किया गया। ये पायलट उस ऑपरेशन का हिस्सा थे, जिसमें पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों को सफलतापूर्वक नष्ट किया गया था।
वीर चक्र और युद्ध सेवा पदक की घोषणा
वायुसेना के 9 अधिकारियों को मिले वीर चक्र को परमवीर चक्र और महावीर चक्र के बाद तीसरा सर्वोच्च सैन्य सम्मान माना जाता है। सेना, नौसेना और वायुसेना के 7 अधिकारियों को सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक दिया गया, जिनमें वायुसेना के 3, थलसेना के 2 और नौसेना के 1 अधिकारी शामिल हैं। यह पदक कारगिल युद्ध के बाद पहली बार प्रदान किया गया।
सेना और BSF के जवानों का योगदान
थलसेना के 18 जवानों को वीरता पदक मिले, जिनमें 4 कीर्ति चक्र, 4 वीर चक्र और 8 शौर्य चक्र शामिल हैं। सीमा सुरक्षा बल (BSF) के 16 जवानों को भी गैलेंट्री मेडल से सम्मानित किया गया। BSF ने ऑपरेशन के दौरान 2290 किमी लंबी भारत-पाक सीमा और LOC पर निगरानी की जिम्मेदारी निभाई, जिसमें उसके दो जवान शहीद और सात घायल हुए।
पुलिस और अर्धसैनिक बलों को मिले सम्मान
पुलिस और अर्धसैनिक बलों के 162 कर्मियों को पदक मिले, जिनमें जम्मू-कश्मीर पुलिस के 128, CRPF के 20 और छत्तीसगढ़ पुलिस के 14 जवान शामिल हैं। केंद्र सरकार ने केंद्रीय और राज्य बलों के 1090 पुलिसकर्मियों को सेवा पदक भी दिए, जिनमें 233 को वीरता पदक, 99 को राष्ट्रपति का विशिष्ट सेवा पदक और 758 को उत्कृष्ट सेवा पदक प्राप्त हुआ। इनमें फायर सर्विस, होम गार्ड और सिविल डिफेंस के कर्मी भी शामिल हैं, जहाँ जम्मू-कश्मीर के 152 पुलिसकर्मियों को सबसे अधिक वीरता पदक मिले।
आगे क्या है?
ये सम्मान देश की सुरक्षा में बलिदान देने वाले जवानों के प्रति राष्ट्र की कृतज्ञता को दर्शाते हैं। ऑपरेशन सिंदूर में भाग लेने वाले सभी जवानों की भूमिका को रेखांकित करते हुए सरकार ने सैन्य और पुलिस बलों के समन्वित प्रयासों की सराहना की है।
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