चेतेश्वर पुजारा ने लिया अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास, 15 साल के करियर का अंत *WTYU*#21

चेतेश्वर पुजारा ने लिया अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास, 15 साल के करियर का अंत


सारांश: टेस्ट विशेषज्ञ बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने रविवार को सभी फॉर्मेट से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट संन्यास ले लिया। उन्होंने 103 टेस्ट में 7195 रन बनाए। जून 2023 के बाद से वह टीम इंडिया का हिस्सा नहीं थे।

चलिए जानते हैं पूरा मामला


भारतीय टेस्ट टीम के स्तंभ कहे जाने वाले बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। उन्होंने रविवार को सोशल मीडिया के जरिए अपने इस फैसले की जानकारी दी। पुजारा ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच जून 2023 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था और तब से वह टीम इंडिया से बाहर थे।

कैसा रहा उनका करियर?


चेतेश्वर पुजारा ने भारत के लिए अपना पहला मैच साल 2010 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेंगलुरु में खेला था। यह एक टेस्ट मैच था। उनका पूरा अंतरराष्ट्रीय करियर 15 साल का रहा। उन्होंने अपने करियर में सिर्फ टेस्ट क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित किया।

टेस्ट क्रिकेट में उनका रिकॉर्ड

पुजारा ने भारत के लिए 103 टेस्ट मैच खेले। इनमें उन्होंने 176 पारियों में 43.60 की औसत से कुल 7,195 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 19 शतक और 35 अर्धशतक लगाए। उनका सर्वोच्च स्कोर 206 रन नाबाद रहा। हालांकि, वनडे में उन्हें ज्यादा सफलता नहीं मिली। उन्होंने सिर्फ 5 वनडे मैच खेले और 10.20 की औसत से केवल 51 रन बनाए, जिसमें उनका सर्वोच्च स्कोर सिर्फ 27 रन था। वह एक भी T20 इंटरनेशनल मैच नहीं खेल पाए।

सोशल मीडिया पर क्या कहा पुजारा ने?


अपने संन्यास के ऐलान के साथ, पुजारा ने एक लंबा और भावुक पोस्ट साझा किया। उन्होंने लिखा, "भारतीय जर्सी पहनना, राष्ट्रगान गाना और मैदान पर हर बार अपना बेस्ट देने का अनुभव शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। लेकिन जैसा कि कहते हैं, हर अच्छी चीज का अंत होता है। मैं दिल से आभारी हूं और सभी फॉर्मेट से क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला लिया है।

किन किन को दिया श्रेय 

पुजारा ने BCCI और सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। साथ ही, उन सभी टीमों, फ्रेंचाइजी और काउंटी टीमों का भी आभार जताया, जिनका उन्होंने प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने अपने गुरुओं, प्रशिक्षकों और आध्यात्मिक गुरु के मार्गदर्शन को अपनी सफलता की बुनियाद बताया। उन्होंने अपने साथियों, सहयोगी स्टाफ, नेट बॉलर, विश्लेषक, लॉजिस्टिक्स टीम, अंपायर, ग्राउंड स्टाफ, स्कोरर और मीडियाकर्मियों के प्रति भी आभार व्यक्त किया।

परिवार को दिया सबसे बड़ा श्रेय


पुजारा ने कहा कि उनका यह सफर उनके परिवार - माता-पिता, पत्नी पूजा और बेटी अदिति के अटूट समर्थन और अनगिनत त्याग के बिना संभव नहीं था। उन्होंने कहा कि वह अपने जीवन के अगले पड़ाव का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं और सभी के प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद दिया।

टिप्पणियाँ