अयोध्या: डॉ. समीर बने कृषि महाविद्यालय के शैक्षणिक प्रभारी #4 *Gj*


[सारांश]: आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के सहायक प्राध्यापक डॉ. समीर को कृषि महाविद्यालय का शैक्षणिक प्रभारी नियुक्त किया गया। अधिष्ठाता प्रो. डी.के. सिंह द्वारा की गई इस नियुक्ति पर कुलपति कर्नल डॉ. बिजेंद्र सिंह और बोर्ड ऑफ फैकल्टी सचिव डॉ. आलोक कुमार सिंह ने शुभकामनाएं दीं। डॉ. समीर शिक्षा गुणवत्ता सुधार व अनुसंधान को बढ़ावा देंगे।



क्या है पूरी खबर?

आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में सहायक प्राध्यापक के पद पर कार्यरत डॉ. समीर को अब कृषि महाविद्यालय का शैक्षणिक प्रभारी बना दिया गया है। इस नियुक्ति का आदेश महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रो. डी.के. सिंह ने जारी किया। नए पद पर डॉ. समीर की जिम्मेदारी शैक्षणिक गतिविधियों का समन्वयन, क्रियान्वयन और निरंतर मूल्यांकन करना होगा।


कौन हैं डॉ. समीर?

डॉ. समीर शिक्षा, अनुसंधान और शैक्षणिक प्रबंधन के क्षेत्र में कई वर्षों का अनुभव रखते हैं। उनकी नियुक्ति को विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक सकारात्मक कदम बताया है। कुलपति कर्नल डॉ. बिजेंद्र सिंह ने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि डॉ. समीर के नेतृत्व में महाविद्यालय नई ऊंचाइयों को छुएगा।


नई भूमिका में क्या करेंगे?

  • शैक्षणिक योजनाओं का क्रियान्वयन: विश्वविद्यालय की एकेडमिक काउंसिल द्वारा जारी दिशा-निर्देशों को प्रभावी ढंग से लागू करना।
  • समन्वय बढ़ाना: सभी विभागाध्यक्षों के साथ नियमित संवाद स्थापित करना और शैक्षणिक जरूरतों/समस्याओं की रिपोर्ट तैयार करना।
  • नवाचार को बढ़ावा: शिक्षकों को अनुसंधान, व्यावहारिक ज्ञान और शैक्षणिक सुधारों में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित करना।

"शिक्षा को बनाएंगे व्यवहारिक और सहभागी": डॉ. समीर

नियुक्ति पर प्रतिक्रिया देते हुए डॉ. समीर ने कहा कि वे अधिष्ठाता प्रो. डी.के. सिंह और कुलपति डॉ. बिजेंद्र सिंह के मार्गदर्शन में काम करेंगे। उनका लक्ष्य पाठ्यक्रम-केंद्रित शिक्षा के साथ-साथ नवाचार, व्यावहारिक ज्ञान और सामूहिक सहभागिता को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा, "छात्रों और शिक्षकों के साथ मिलकर एक सकारात्मक शैक्षणिक माहौल तैयार करेंगे, जिससे संस्थान की वास्तविक प्रगति हो सके।"


प्रशासन ने जताया विश्वास

बोर्ड ऑफ फैकल्टी के सचिव डॉ. आलोक कुमार सिंह ने डॉ. समीर की नियुक्ति पर हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा, "उनके नेतृत्व में महाविद्यालय शिक्षा, अनुसंधान और अकादमिक अनुशासन के क्षेत्र में नए मानदंड स्थापित करेगा।" विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि डॉ. समीर की नियुक्ति से शैक्षणिक प्रक्रियाओं में गतिशीलता आएगी।

रिपोर्ट : धर्मचंद मिश्रा, ब्यूरो अयोध्या

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