अयोध्या: रात्रि में औचक निरीक्षण - तीन अस्पताल सील, कुमारगंज खंडासा अमानीगंज में कार्रवाई #9 *LWO*

सारांश: 

अयोध्या के सीएमओ डॉ. सुशील कुमार बानियान की टीम ने रात 11 बजे अमानीगंज व खण्डासा बाजार में अमन हॉस्पिटल और कुमारगंज में ग्लोब मेडिकल सेंटर व वी स्पार्क हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण किया, बता दें हाल ही में वंश हॉस्पिटल कुमारगंज में भी मानक के विरुद्ध पाए जाने पर कार्रवाई की खबर प्रकाश में आई थी किंतु फोटोग्राफ नहीं मिल सका था। पंजीकरण अभाव, अयोग्य डॉक्टर, गैर-मानक उपकरण व अस्वच्छता पाए जाने पर तीनों सील। भर्ती मरीजों को अन्य केंद्रों में शिफ्ट करने के निर्देश दिए गए। अयोध्या में लगातार अस्पतालों पर हो रही है कार्रवाई।



स्वास्थ्य विभाग की रात्रि कार्रवाई: क्यों सील हुए तीन अस्पताल?

अयोध्या में नागरिकों को सुरक्षित इलाज मिले, इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने चुपके से रात 11 बजे अचानक निरीक्षण की कार्रवाई शुरू की। सीएमओ डॉ. सुशील कुमार बानियान के नेतृत्व में टीम ने अमानीगंज और कुमारगंज क्षेत्र के तीन निजी अस्पतालों की जाँच की। नतीजा चौंकाने वाला रहा।

जाँच में क्या-क्या गड़बड़ी मिली?

  • अमन हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर (खण्डासा बाजार): बिना पंजीकरण के संचालन, योग्य डॉक्टरों की अनुपस्थिति।
  • ग्लोब मेडिकल सेंटर (कुमारगंज): मेडिकल कचरा प्रबंधन नियमों का उल्लंघन, जीवनरक्षक उपकरणों की कमी।
  • वी स्पार्क हॉस्पिटल: बिना लाइसेंस के ऑपरेशन थिएटर चलाना, जिससे मरीजों की जान को खतरा था।

स्वच्छता के मानकों की पूरी तरह अनदेखी और दस्तावेजी गड़बड़ियों के चलते तीनों अस्पतालों को तुरंत सील कर दिया गया। जाँच टीम में डिप्टी सीएमओ डॉ. राम मणि शुक्ला, डॉ. वी.पी. त्रिपाठी और डॉ. राजेश चौधरी भी शामिल थे।


सीएमओ का स्पष्ट संदेश: "मानक तोड़ने वालों को बर्दाश्त नहीं"

डॉ. बानियान ने कार्रवाई के बाद स्पष्ट किया: "हमारा लक्ष्य जनता को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ दिलाना है। केवल वे अस्पताल चलेंगे जो सभी नियमों का पालन करेंगे। अवैध संचालन पर शून्य सहनशीलता की नीति जारी रहेगी।" उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे केवल पंजीकृत अस्पतालों में ही इलाज कराएँ।

अब क्या होगा आगे?

सील किए गए अस्पतालों के संचालकों को नोटिस जारी कर जवाब माँगा गया है। वहाँ भर्ती मरीजों को तत्काल अन्य मान्यता प्राप्त चिकित्सा केंद्रों में स्थानांतरित करने का आदेश दिया गया। सीएमओ ने घोषणा की कि यह अभियान शहरी और ग्रामीण दोनों इलाकों में लगातार चलेगा, ताकि अयोध्या में किसी भी गैर-मानक अस्पताल को बर्दाश्त न किया जाए।


(स्रोत: स्वास्थ्य विभाग, अयोध्या प्रशासन)

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