अमेठी: भाजपा विधायक के भतीजे पर नाबालिग दलित से गैंगरेप, पुलिस पर FIR न लिखने व धमकाने के आरोप #9 *KWE*
सारांश:
अमेठी के मोहनगंज थाना क्षेत्र में 8 जून की रात भाजपा विधायक सुरेश पासी (जगदीशपुर) के भतीजे रवि व दो साथियों पर नाबालिग दलित लड़की के साथ गैंगरेप का आरोप। पीड़िता की मां ने बताया—पुलिस ने 4 दिन तक FIR नहीं लिखी, 80 हजार रुपए लेकर केस रोकने को कहा और "बड़े लोगों से नहीं लड़ पाओगी" जैसे धमकाए। वन स्टॉप सेंटर के हस्तक्षेप के बाद FIR दर्ज हुई, सोमवार को कोर्ट में पीड़िता का बयान दर्ज होगा।
क्या हुआ था उस रात?
8 जून की रात 10 बजे, मोहनगंज थाना क्षेत्र की एक नाबालिग दलित लड़की घर से गायब हो गई। घरवालों ने बताया कि उसके साथ 80 हजार रुपए और गहने भी गायब थे। अगले दिन एक युवक के फोन पर लड़की रायबरेली बस स्टॉप पर मिली। घर लौटने पर उसने बताया कि भाजपा विधायक सुरेश पासी के भतीजे रवि, बाबादीन व रामबचन ने उसे उठाकर जंगल में गैंगरेप किया। वह भागकर झोपड़ी में छिप गई और सुबह बस स्टॉप पहुँची।
पुलिस पर क्या आरोप हैं?
लड़की की मां के मुताबिक:
- वह 9 जून को बेटी को लेकर मोहनगंज थाना पहुंची, लेकिन पुलिस ने FIR नहीं लिखी।
- शिकायत करने पर पुलिसकर्मियों ने उन्हें "कल आना" कहकर भगा दिया और बाद में घर आकर 80 हजार रुपए देकर केस खत्म करने को कहा।
- 3 दिन तक पुलिस ने उन्हें दौड़ाया और धमकाया: "मंत्री और प्रधान का मामला है, तुम मारी जाओगी... सुलह कर लो।"
- थाना प्रभारी समेत कर्मचारी बार-बार कहते रहे: "बेटी को शांत रहने को कहो, गहने-पैसे ले लो।"
FIR कैसे दर्ज हुई?
12 जून को, लगातार अनदेखी के बाद मां गौरीगंज वन स्टॉप सेंटर पहुंची। वहां से थाने पर दबाव बनते ही पुलिस ने FIR दर्ज की, लेकिन मां का आरोप है कि दबाव में FIR का मामूलीकरण कर दिया गया। इसके बाद पीड़िता को वन स्टॉप सेंटर में रखा गया। सोमवार (15 जून) को उसका बयान कोर्ट में दर्ज होगा।
पुलिस का पक्ष क्या है?
मोहनगंज थाना प्रभारी एसएचओ राकेश सिंह ने कहा:
- "मामले की FIR दर्ज हो चुकी है और जांच चल रही है।"
- "पीड़िता की मां के आरोप निराधार हैं।"
- कोर्ट बंद होने के कारण पीड़िता का बयान सोमवार को ही दर्ज कराया जाएगा।
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