अयोध्या: राम मंदिर के राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा, व्यापारी ने हीरे-सोने-चांदी दान किए - CM योगी मौजूद #6 *KHW*
सारांश:
अयोध्या में 5 जून को राम मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम हुआ। CM योगी ने 11:25-11:40 बजे पूजा की। सूरत के मुकेश पटेल ने चार्टर्ड प्लेन से लाए 1000 कैरेट हीरे, 30 किलो चांदी, 300 ग्राम सोना व 300 कैरेट रूबी के आभूषण दान किए। छह परकोटे मंदिरों में भी प्राण प्रतिष्ठा हुई।
राम दरबार क्या है?
राम दरबार में भगवान श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमानजी की मूर्तियाँ स्थापित की गई हैं। जहाँ गर्भगृह में रामलला बाल रूप में विराजमान हैं, वहीं प्रथम तल पर राम दरबार में जगन्नाथ रूप में राजा के रूप में विराजमान हैं। इस प्रस्तुति से भक्तों को यह दिखाना है कि रामलला बालक से बढ़कर राजसूय राजा के रूप में भी पूजनीय हैं।
दान किए गए आभूषण
सूरत के हीरा कारोबारी मुकेश पटेल ने राम मंदिर ट्रस्ट को भेंट में भारी मात्रा में आभूषण दिए। इनमें
- एक हजार कैरेट का हीरा,
- 30 किलो चांदी,
- 300 ग्राम सोना,
- 300 कैरेट रूबी शामिल है।
ये कीमती रत्न-मौहरों से कुल 11 मुकुट, हार, कान के कुंडल, माथे का तिलक, और चारों भाइयों के धनुष-बाण बनाए गए। सभी आभूषण चार्टर्ड प्लेन से अयोध्या लाकर राम मंदिर ट्रस्ट के पास सौंपे गए।
कैसे हुई प्राण प्रतिष्ठा?
प्राण प्रतिष्ठा का मुख्य कार्यक्रम 5 जून 2025, सुबह 11:25 से 11:40 बजे तक चला। काशी के पुरोहित जय प्रकाश त्रिपाठी ने 101 पंडितों के साथ मिलकर मंत्रोच्चारण किया।
- सबसे पहले मूर्तियों की स्थापना की गई और उनकी आँखों पर पट्टियाँ बांधी गईं।
- मंत्रोच्चारण के अनुसार पवित्र जल की अभिषेक विधि संपन्न की गई।
- मंत्रोच्चारण के बाद मूर्तियों की आँखों से पट्टियाँ हटीं, और उन्हें देखकर पहली बार भक्तों को दर्शनार्थ प्रस्तुत किया गया।
कोटि-कोटि श्रद्धालु अब इसे किस दिन देख पाएँगे, इसके लिए ट्रस्ट ने कोई समय अभी तक नहीं बताया है।
अन्य मंदिरों में भी प्राण प्रतिष्ठा
राम दरबार के अलावा मंदिर के ग्राउंड फ्लोर पर स्थित परकोटे के छह छोटे-छोटे मंदिरों में भी प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुई। ये हैं:
- भगवान शिव मंदिर
- श्री गणेश मंदिर
- हनुमानजी का मंदिर
- सूर्य देव मंदिर
- माता भगवती मंदिर
- माता अन्नपूर्णा मंदिर
इन सभी स्थानों पर श्रद्धालुओं की सुविधानुसार स्थापित विधि-विधान से मंत्रोच्चारण व अभिषेक किया गया।
मूर्तियों की पंचरचना
राम दरबार की मूर्तियाँ जयपुर में बनवायी गई हैं।
- सामग्री: मकराना के सफेद संगमरमर का इस्तेमाल हुआ है।
- विवरण: यहाँ
- भगवान श्रीराम तथा माता सीता सिंहासन पर विराजमान हैं।
- उनके चरणों के पास भरत, शत्रुघ्न, लक्ष्मण व हनुमानजी बैठकर सदा सेवा के भाव को दर्शा रहे हैं।
मकराना संगमरमर की महीन नक्काशी गर्भगृह की शैली के अनुरूप की गई है, जिससे पूरे परिसर की भव्यता और परंपरा का आभास मिलता है।
स्वागत सूची और कार्यक्रम
- इस बार राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा में कुल 350 लोगों को आमंत्रित किया गया।
- इनमें राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य, वरिष्ठ साधु-संत और प्रतिष्ठित पदाधिकारी शामिल थे।
- पिछली बार (22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा) की तुलना में इस आयोजन में आमंत्रित गणमान्य व्यक्तियों की संख्या कम रखी गई, ताकि पूजन व्यवस्था सुव्यवस्थित रूप से हो सके।
CM योगी का समर्पित योगदान
सीएम योगी आदित्यनाथ ने राम दरबार की स्थापना में मुख्य पूजनकर्ता के रूप में भाग लिया। पूजा के पहले उन्हें मंदिर पुजारियों ने पारम्परिक पगड़ी पहनाई। पूजन-अर्चन के बाद सीएम योगी सीधे हनुमानगढ़ी पहुँचे, जहाँ उन्होंने हनुमानजी के दर्शन व पूजा-अर्चना की। उनका यह दौरा 5 जून 2025 को दोपहर के करीब हुआ।
पृष्ठभूमि
- 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुई थी, आज से 498 दिन पहले।
- उस समय देशभर के बड़े उद्योगपति, फिल्मी हस्तियां और राजनीतिक शख्सियतें आमंत्रित थीं।
- इस वर्ष राम दरबार व छह परकोटे मंदिरों की प्राण प्रतिष्ठा से यह साबित होता है कि राम मंदिर निर्माण-कार्य अब अंतिम चरण में है और भक्तों के लिए दर्शन-पूजन की व्यवस्था जल्द और व्यापक रूप से खुल जाएगी।
लेखक: DBUP India, अयोध्या
दिनांक: 05 जून 2025
समय: 1:11 PM
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