अयोध्या: रामपथ निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाले एसडीएम राजकुमार पांडेय का कानपुर तबादला #5 *LOW*

सारांश: 

अयोध्या के एआरओ/एसडीएम सदर राजकुमार पांडेय का कानपुर तबादला हो गया। रामपथ विकास और जमीन अधिग्रहण में उनके योगदान को महत्वपूर्ण माना जाता है। चार नए एसडीएम—गजेंद्र सिंह, संतोष कुमार द्वितीय, प्रवीण कुमार तृतीय और कौशल कुमार—अयोध्या स्थानांतरित हुए। संत-महंत उनके जाने से निराश हैं।


राजकुमार पांडेय का अयोध्या से विदाई

अयोध्या जिले में एआरओ जैसे महत्वपूर्ण पद और एसडीएम सदर की जिम्मेदारी संभालने वाले अधिकारी राजकुमार पांडेय का तबादला अब कानपुर कर दिया गया है। उनके स्थान पर चार नए उप जिलाधिकारी अयोध्या पहुंचे हैं। यह फैसला प्रशासनिक व्यवस्था के तहत लिया गया।


चार नए एसडीएम अयोध्या पहुंचे

अयोध्या जनपद में हो रहे प्रशासनिक बदलाव के तहत:

  • बुलंदशहर से गजेंद्र सिंह और संतोष कुमार द्वितीय
  • मुजफ्फरनगर से प्रवीण कुमार तृतीय
  • इटावा से कौशल कुमार
    को उप जिलाधिकारी के पद पर स्थानांतरित किया गया है।

रामपथ विकास में अहम भूमिका

राजकुमार पांडेय का कार्यकाल अयोध्या में विवादों से दूर रहा, लेकिन उनकी सक्रियता चर्चा में रही:

  • रामपथ निर्माण: जमीन अधिग्रहण के दौरान उन्होंने सीधे प्रभावितों से बातचीत की। नयाघाट पर अतिक्रमण हटाने का काम उनकी अगुवाई में पूरा हुआ।
  • नव्य अयोध्या परियोजना: एसडीएम सदर रहते हुए जमीन अधिग्रहण में उनकी भूमिका अहम रही।

"संतों के लाडले" पांडेय के जाने से मायूसी

पांडेय अयोध्या के संत-महंतों के बीच काफी लोकप्रिय थे। उनके तबादले की खबर से शहर के धार्मिक नेता निराश हैं। एक महंत ने बताया, "वे हमेशा समस्याओं को सुनकर तुरंत समाधान करते थे। उनका जाना अयोध्या के लिए बड़ी क्षति है।"


क्यों थे पांडेय खास?

  • जमीनी समाधान: अधिकारी आमतौर पर सड़क पर उतरने से कतराते हैं, लेकिन पांडेय ने सीधे लोगों से संवाद किया।
  • विवादमुक्त छवि: संवेदनशील परियोजनाओं में काम करने के बावजूद उन पर कभी विवाद नहीं रहा।
  • लोगों की भाषा: उनकी सरल और स्पष्ट बातचीत ने आम नागरिकों का विश्वास जीता।

प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, पांडेय के अनुभव का लाभ अब कानपुर को मिलेगा। वहीं, अयोध्या में नए एसडीएम शहर के विकास कार्यों को आगे बढ़ाएंगे।


टिप्पणियाँ