अयोध्या : एनसीसी कैडेटों ने फायरिंग ट्रेनिंग से बढ़ाया आत्मविश्वास, 27 जून को होगा शिविर समापन #5 *WDG*
सारांश:
65-यूपी बटालियन का कंबाइंड वार्षिक एनसीसी कैंप अयोध्या के आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय के क्रीड़ा परिसर में चल रहा है। 602 कैडेट (370 पुरुष, 232 महिला) फायरिंग, योग, हथियार प्रशिक्षण व पैरा मिलिट्री ड्रिल सीख रहे हैं। कुलपति कर्नल डा. बिजेंद्र सिंह व कर्नल एम.के. सिंह के नेतृत्व में यह शिविर 27 जून को समाप्त होगा। प्रशिक्षण पूरा करने वालों को सर्टिफिकेट मिलेगा, जो अर्धसैनिक बलों की भर्ती में बोनस अंक देगा।
अयोध्या : एनसीसी कैडेटों ने फायरिंग ट्रेनिंग से बढ़ाया आत्मविश्वास, 27 जून को होगा शिविर समापन
चलिए जानते हैं पूरा प्रशिक्षण अभियान
आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय के अटल बिहारी वाजपेयी क्रीड़ा परिसर में 65वीं यूपी बटालियन का 7 दिवसीय कंबाइंड वार्षिक एनसीसी कैंप जोरों पर है। अयोध्या और अंबेडकर नगर के 602 कैडेट (370 पुरुष व 232 महिला) इस प्रशिक्षण में हिस्सा ले रहे हैं। कैंप का नेतृत्व कुलपति कर्नल डा. बिजेंद्र सिंह और बटालियन कमांडर कर्नल एम.के. सिंह कर रहे हैं।
क्यों है यह प्रशिक्षण खास?
डिप्टी कैंप कमांडेंट गौरव सूद के मुताबिक, इसका मकसद नौजवानों को न सिर्फ शारीरिक-मानसिक रूप से मजबूत बनाना है, बल्कि उन्हें जिम्मेदार नागरिक और भविष्य के नेता के तौर पर तैयार करना भी है। बटालियन के 40 सैन्य अधिकारी सुबह-शाम कैडेटों को प्रशिक्षण दे रहे हैं।
क्या-क्या सीख रहे हैं कैडेट?
लेफ्टिनेंट डा. नवीन कुमार सिंह ने बताया कि प्रशिक्षण में शामिल हैं:
- फायरिंग व छोटे हथियारों की तकनीकी जानकारी
- पीटी, योग और शारीरिक प्रशिक्षण
- शस्त्र सुरक्षा व पैरा मिलिट्री ड्रिल
- मैप रीडिंग, सामाजिक-सांस्कृतिक गतिविधियाँ व खेल
प्रशिक्षकों में एनसीसी अधिकारी, ए.एन.ओ, मेजर जी. शुक्ला, मेजर के.पी. सिंह, लेफ्टिनेंट हरीश सिंह, सुनील सिंह, जितेंद्र जायसवाल, जी.सी.आई नीति सिंह और शिवानी शुक्ला शामिल हैं।
सर्टिफिकेट का क्या है महत्व?
प्रशिक्षण के दौरान कैडेटों को स्पष्ट किया गया कि नियमित क्लास और ट्रेनिंग पूरा करने पर ही ए, बी या सी सर्टिफिकेट मिलेंगे। ये सर्टिफिकेट बीएसएफ, सीआईएसएफ, सीआरपीएफ, एसएसबी जैसे अर्धसैनिक बलों की भर्ती में बोनस अंक दिलाने में मददगार साबित होंगे। गौरतलब है कि कैंप में शामिल न होने वाले कैडेट इन सर्टिफिकेटों से वंचित रह जाएंगे।
27 जून को होगा समापन
यह प्रेरणादायक शिविर 27 जून को समाप्त होगा। इस दौरान कैडेट न केवल सैन्य कौशल सीख रहे हैं, बल्कि अनुशासन और टीमवर्क जैसे जीवनमूल्यों को भी आत्मसात कर रहे हैं। कैंप प्रबंधन का कहना है कि यह अनुभव युवाओं को राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार करेगा।
डीबीयूपी इंडिया न्यूज नेटवर्क, अयोध्या
ब्यूरो चीफ, धर्मचंद मिश्रा
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें