अयोध्या : गयासपुर-अरती के बीच तमसा नदी पर 14 करोड़ के पुल निर्माण से 20 गांवों को फायदा, दूरी 12 से घटकर 2.5 किमी #4 *KJWG*

सारांश:

अयोध्या के तारून विकासखंड में तमसा नदी पर गयासपुर-अरती को जोड़ने वाला 14 करोड़ रुपये का पुल बन रहा है। विधायक अभय सिंह के प्रयासों से मिली धनराशि से निर्माण शुरू हुआ। पुल बनने के बाद दूरी 12 किमी से घटकर 2.5 किमी रह जाएगी, जिससे 20 गांवों के 2000-3000 लोगों को रोजाना फायदा होगा और किसानों, छात्रों व व्यापारियों की सुविधा बढ़ेगी।



चलिए जानते हैं पूरी खबर

तारून विकासखंड (अयोध्या) में तमसा नदी पर गयासपुर और अरती को जोड़ने वाले बहुप्रतीक्षित पुल का निर्माण कार्य तेज गति से शुरू हो गया है। 14 करोड़ रुपये की इस परियोजना से क्षेत्र की कनेक्टिविटी में ऐतिहासिक बदलाव आएगा। फिलहाल, नदी में पिलर की ढलाई का काम जोरों पर है, जिसकी निगरानी जूनियर इंजीनियर और अधिकारी कर रहे हैं।

विधायक के समर्पण से मिला फंड

इस पुल के निर्माण में क्षेत्रीय विधायक अभय सिंह की अहम भूमिका रही। उनके अथक प्रयासों से 14 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत हुई। विधायक के नेतृत्व ने इस सपने को हकीकत में बदलने का काम किया। पुल बनने के बाद गयासपुर-अरती के बीच की वर्तमान 12 किलोमीटर की दूरी घटकर सिर्फ 2.5 किलोमीटर रह जाएगी। इससे न सिर्फ लोगों का कीमती समय बचेगा, बल्कि आवाजाही भी आसान हो जाएगी।

20 गांवों को मिलेगा सीधा लाभ

अनुमान है कि यह पुल रोजाना 2000 से 3000 लोगों की यात्रा सुगम बनाएगा। यह न सिर्फ गयासपुर-अरती को जोड़ेगा, बल्कि रसूलाबाद-गयासपुर मार्ग से भी कनेक्ट करेगा। इसका सीधा फायदा करीब 20 गांवों को बेहतर सड़क कनेक्टिविटी के रूप में मिलेगा, जिससे ग्रामीण इलाकों के विकास के नए रास्ते खुलेंगे।

शिक्षा से लेकर किसानों तक सबको फायदा

गयासपुर के पूर्व प्रधान प्रतिनिधि ब्रह्मादीन निषाद इस पुल को "गेम-चेंजर" बता रहे हैं। उनके मुताबिक, इससे शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार और रोजगार के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आएगा। नदी के दूसरी ओर खेती करने वाले किसानों को फसल और उपकरण ले जाने में आसानी होगी, जिससे उनकी आमदनी बढ़ेगी। स्कूली बच्चों का सफर भी सुरक्षित और छोटा हो जाएगा, जिसका शिक्षा पर सकारात्मक असर पड़ेगा।

व्यापार और रोजगार को मिलेगी गति

यह पुल सामाजिक-आर्थिक विकास का इंजन साबित होगा। व्यापारियों को अब दूर के बाजारों तक पहुंचने में आसानी होगी, जिससे स्थानीय कारोबार को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद यह इलाका विकास की नई इबारत लिखेगा, जिसमें हर निवासी की भागीदारी होगी।


DBUP India, Bikapur Sub Division
(स्रोत: स्थानीय प्रशासन एवं ग्राम प्रतिनिधियों से बातचीत पर आधारित)

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