अयोध्या: सरयू में स्नान करते डूबे दो, 10 साल का बालक और 15 साल का किशोर मृत #6 *qke*

सारांश: 

अयोध्या के लक्ष्मण घाट पर आज सुबह 8:30 बजे अंबेडकरनगर के 10 वर्षीय अंकित गुप्ता स्नान करते डूबे, जिला अस्पताल में मृत घोषित। प्रयागराज के 15 वर्षीय अर्पित पटेल दोस्तों के साथ, सरयू में डूबे, शव तलाश जारी। जल पुलिस ने असावधानी को कारण बताया।


चलिए समझते हैं पूरा घटनाक्रम

आज सुबह अयोध्या की सरयू नदी में दो अलग-अलग डूबने की घटनाएं सामने आईं। पहली घटना लक्ष्मण घाट पर हुई, जहां अंबेडकरनगर के भीटी निवासी विपिन गुप्ता का परिवार दर्शन के लिए आया था। स्नान के दौरान उनका 10 वर्षीय बेटा अंकित गुप्ता पानी में डूबने लगा। उसे तुरंत श्री राम चिकित्सालय ले जाया गया, लेकिन डॉक्टर वीरेंद्र वर्मा ने जिला अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया।

15 साल के अर्पित का शव क्यों नहीं मिल पाया?

दूसरी घटना में प्रयागराज के सोरांव निवासी 15 वर्षीय अर्पित पटेल शामिल हैं। वह 10-12 दोस्तों के साथ टूर पर अयोध्या आया था। सुबह सरयू में स्नान करते समय वह बहाव में बह गया। दोस्तों ने बचाने की कोशिश की, लेकिन असफल रहे। जल पुलिस आरक्षी नित्यानंद यादव ने बताया कि कई टीमें शव की तलाश में जुटी हैं। अर्पित के दोस्त घटना से सदमे में हैं।

राम की पैड़ी बंद होने से भक्त क्यों जा रहे सरयू में?

इन घटनाओं की एक बड़ी वजह राम की पैड़ी का बंद होना है। वहां की नहर में सिल्ट सफाई चल रही है, जिसके कारण अगले एक सप्ताह तक स्नान संभव नहीं। नहर का पानी सुरक्षित माना जाता है क्योंकि उसकी गहराई केवल 3-4 फीट है। इसलिए भक्त सीधे सरयू नदी में स्नान कर रहे हैं, जहां पानी गहरा और बहाव तेज हो सकता है।

जल पुलिस की चेतावनी के बावजूद क्यों हो रही हैं घटनाएँ?

सरयू घाटों पर जल पुलिस ने सुरक्षा के लिए फ्लोटिंग अवरोधक लगाए हैं और लाउडस्पीकर से बार-बार चेतावनी दी जाती है कि "फ्लोटिंग के आगे न जाएं"। फिर भी असावधानी के कारण डूबने की घटनाएं लगातार हो रही हैं। पुलिस का मानना है कि भक्त नदी के गहरे हिस्सों में चले जाते हैं, जहां बहाव उन्हें बहा ले जाता है।

अब तक की क्या है अपडेट?

अंकित गुप्ता के शव को परिवार को सौंप दिया गया है, जबकि अर्पित पटेल की तलाश जारी है। नयाघाट चौकी इंचार्ज अनुराग पाठक ने लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की है। जल पुलिस ने स्पष्ट किया कि वे 24 घंटे निगरानी कर रहे हैं, लेकिन भक्तों को भी नियमों का पालन करना चाहिए।

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