खबर का असर : अयोध्या: ई-रिक्शा चालक को थप्पड़ मारने वाली महिला दरोगा शिखा सिंह लाइनहाजिर, सीओ को जांच सौंपी #5 *UOW*

सारांश:

अयोध्या में ड्यूटी पर तैनात महिला दरोगा शिखा सिंह का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह एक ई-रिक्शा चालक को 5 थप्पड़ मारती दिखीं। खबर का कवरेज प्रथम प्रमुखता के साथ DBUP India (कई हजार दर्शकों ने देखा) व अन्य मीडिया साथियों द्वारा भी किया गया, मामला सामने आने पर एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर ने दरोगा को लाइनहाजिर किया और जांच सीओ अयोध्या को सौंपी। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी इस घटना पर सवाल उठाए थे। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से आमजन में सकारात्मक संदेश गया।


वायरल वीडियो से शुरू हुआ मामला

अयोध्या में ड्यूटी पर तैनात महिला उपनिरीक्षक शिखा सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। इस वीडियो में वह एक ई-रिक्शा चालक को एक के बाद एक 5 थप्पड़ मारती नजर आ रही हैं। यह वीडियो किसी कार के अंदर से रिकॉर्ड किया गया और लगभग दो मिनट लंबा है। इस खबर का कवरेज DBUP इंडिया व तमाम मीडिया चैनल के साथियों द्वारा प्रमुखता से किया गया परिणाम स्वरुप प्रशासन एक्शन में आया।


चलिए समझते हैं पूरा घटनाक्रम

वीडियो के वायरल होते ही लोगों में नाराजगी फैल गई। घटना के वक्त महिला दरोगा वर्दी में थी और ड्यूटी पर तैनात थीं। रिक्शा चालक को बार-बार थप्पड़ मारते हुए उनका यह व्यवहार कई लोगों को अनुचित लगा। यह वीडियो खासतौर पर अयोध्या क्षेत्र में लोगों के बीच चर्चा का विषय बना।


एसएसपी ने की तत्काल कार्रवाई

वीडियो के सामने आने के बाद अयोध्या के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने मामले को गंभीरता से लिया। उन्होंने तत्काल प्रभाव से महिला दरोगा शिखा सिंह को लाइनहाजिर कर दिया। साथ ही इस पूरे प्रकरण की जांच की जिम्मेदारी क्षेत्राधिकारी (सीओ) अयोध्या को सौंपी गई है।


सपा अध्यक्ष ने भी उठाए सवाल

घटना को लेकर राजनीतिक प्रतिक्रिया भी सामने आई। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस प्रकरण पर सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी। 


लोगों में पुलिस पर बढ़ा विश्वास

एसएसपी द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई और जांच की घोषणा के बाद स्थानीय लोगों में पुलिस व्यवस्था को लेकर भरोसा बढ़ा है। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि मामले की निष्पक्ष जांच होगी और उचित कार्रवाई की जाएगी।


निष्कर्ष

यह घटना एक बार फिर यह सवाल खड़ा करती है कि वर्दीधारी अधिकारियों को अपने व्यवहार में संयम रखना चाहिए। वहीं, उच्चाधिकारियों द्वारा समय रहते की गई कार्रवाई से यह संदेश भी गया कि किसी भी प्रकार का अनुचित व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सीओ अयोध्या की जांच रिपोर्ट के बाद इस मामले में आगे की कार्रवाई तय होगी।


DBUP इंडिया, अयोध्या

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