अयोध्या - कैंट : विद्युत घोटाले में एमडी ने बैठाई जांच, रामपथ से कैंट तक काम बिना कराए लाखों खर्च, विधायक ने की शिकायत

सारांश:

रामपथ, चौक और कैंट बिजलीघर में बिजली विभाग की लापरवाही सामने आई। विधायक रामचंद्र यादव ने सीएम को लिखा पत्र, एमडी मध्यांचल ने जांच बैठाई। केबल व ट्रांसफार्मर बिना लगाए लाखों खर्च दिखाया। फिर ठेकेदारों से समझौता कर सामान गायब कर दिया गया, ताकि उपभोक्ताओं को इतनी ज्यादा सुविधा पाकर परेशानी न हो जाए।



रामपथ सहित तीन जगहों पर बिजली विभाग की लापरवाही, विधायक ने CM को लिखा पत्र

अयोध्या में बिजली विभाग के रामपथ, चौक और कैंट बिजलीघर से जुड़ा गंभीर घोटाला सामने आया है। भाजपा विधायक रामचंद्र यादव की शिकायत पर मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।

मुख्य आरोप ये हैं कि :

  • काम बिना कराए लाखों का भुगतान कर दिया गया।
  • विद्युत केबल और ट्रांसफार्मर खरीदे जरूर गए लेकिन लगाए नहीं गए।
  • रामपथ जैसे वीआईपी मार्ग पर भी लापरवाही बरती गई।

रामपथ पर महीनों से नहीं लगाए गए खंभे और केबल

  • रामपथ पर बिजली खंभे और अंडरग्राउंड केबल लगाने का काम महीनों से अधूरा है।
  • मुख्यमंत्री के निर्देश के बावजूद काम नहीं कराया गया।
  • विधायक रामचंद्र यादव ने इसकी लिखित शिकायत मुख्यमंत्री से की थी।
  • जांच शुरू हुई तो यह तथ्य सामने आए कि सामग्री खरीदी गई थी लेकिन लगाई नहीं गई।

कैंट बिजलीघर में ट्रांसफार्मर और केबल खरीदे, फिर गायब

  • गर्मी में बढ़ते लोड को देखते हुए 6 ड्रम केबल और ट्रांसफार्मर की मांग की गई थी।
  • सामान खरीद लिया गया लेकिन मौके पर न तो ट्रांसफार्मर लगाए गए, न ही केबल।
  • ठेकेदारों से समझौता कर सामान गायब कर दिया गया, ताकि उपभोक्ताओं को परेशानी न हो — यह तर्क दिया गया।
  • कैंट बिजलीघर के नाम पर लाखों का सामान उठाया गया लेकिन उपयोग नहीं किया गया।

जांच के नाम पर बचाव की कोशिश, आरोपी ठेकेदारों को ही बनाया गया हिस्सा

  • विधायक की शिकायत के बाद जांच तो शुरू हुई, लेकिन आरोप है कि
    • वरिष्ठ अधिकारियों ने अपने पसंदीदा ठेकेदारों को ही जांच में शामिल कर लिया।
    • आरोपी अधिकारी इन ठेकेदारों के साथ मिलकर पहले भी काम कर चुके हैं। - आरोप

चौक बिजलीघर का चार्ज भी उसी JE के पास, जिस पर आरोप

  • आरोपी जेई नरेश चंद्र जायसवाल जुलाई 2024 तक कैंट बिजलीघर का चार्ज संभालते रहे।
  • चौक बिजलीघर का चार्ज भी लंबे समय से उनके पास था।
  • नरेश चंद्र पर उपभोक्ताओं से धन वसूली और मारपीट जैसे कई गंभीर आरोप हैं।
  • नगर कोतवाली में कुछ मामलों में मुकदमे भी दर्ज हैं।

मामला दबाने की कोशिशें, एक कर्मचारी का किया गया तबादला

  • विधायक की शिकायत के बाद
    • बिजली विभाग ने सिर्फ कर्मचारी दिनेश का ट्रांसफर कर मामला दबाने की कोशिश की। - सूत्र
    • चौक बिजलीघर क्षेत्र में बिल ठीक करने को लेकर भी हड़कंप की स्थिति है।
    • बीडीओ रीडिंग मीटर उतरने के एक हफ्ते बाद तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई।

DBUP का निष्कर्ष

रामनगरी में वीआईपी मार्गों पर हुई यह लापरवाही प्रशासनिक और वित्तीय गंभीरता को दर्शाती है। अब देखने वाली बात होगी कि जांच के बाद क्या वास्तव में दोषियों पर कार्रवाई होती है या नहीं।


DBUP इंडिया, अयोध्या
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